ओ केजरीवाल तो दिल्ली रो कुंडो करसी

बीकानेर। देर शाम को पानी की बाल्टी से पाटे पर पानी का छिड़काव कर रहे काकड़ महाराज बोले ,’ मरग्या इयै साल तो बळती बाजै चारो खोनी , बात करो जको ई चट्यो करै ।’ काकड़ महाराज अपनी बात पूरी नहीं कर पाए थे की पागा महाराज बोल पड़े ,” चट्यो तो करै बतावै मोदीजी रै अठै एक एमएलए तो लुगाई ने ठोक लियो बापड़ी पाणी माँगनै गई थी । बठिनै बै भुवा भतीजा लडण लागग्या । भुवा कै भतीजै खनै कई समान कोयनी।
आपोरै अठै गहलोत साब कैवे म्हारै बेटे नै टकट पायलट दरायो । अबै बो हारग्यो जणै कैरो मुंडो काळो हुयो। ‘ दोनो की बातो को अब तक गौर से सुन रहा भैणु ने जोर से कहा,’ समान तो कैरे खनै है अबै ओ दिल्ली आळो केजरीवाल कैवै लुगायो और छोरयो नै फोगट में घुमासूं । क्यो बाप रो माल समझ लियो इयै तो पईसा कुण भरसी पाणी सूं तो चालै कोयनी मोटर और चीला गाडी ओ माथै सूं घणो चालण लागग्यो। ‘ भैणु कुछ और कहता उससे पहले ही बासीडा महाराज आ गए व शुरू हो गए ‘ ओ तो गत गयडो है करै करावै कई कोयनी दिल्ली रो पूरो कुंडो करसी।
पछै रोवतो फिरसी कै म्हनै मोदी पईसा दिया कोयनी। थे भूलग्या इयै पैला सगळो रै डोको करियो बियां पाछो करियो जणै माफ़्यो माँगतो फिरयो ।’ इतने में सन्नू काका के आते ही पाटे पर मौन छा गया मौन उन्होंने ही मौन तोड़ा ‘ बो एम एल ए तो बियै लुगाई रै घरै जार र चाय पाणी कर राखी बंधार र गलती मान ली आपरी । बापड़ी माँगनै तो पाणी गईं ओ तो सामै चाय रो खरचो और करायग्यो । और भुवा रै बारै में भतीजै नै बैरे बाप घणो समझायो पण समझ आयी कोयनी। अबै रो बैठो महै कई करो ।’ सन्नू काका के चुप होते ही आनन्दसा बोले ,’ बियै गैलोत नै कोई समझावो हरायो लोको है इयै पायलेट खनै इतो समान हुवतो जणै इंदिराजी रा पोता पोती तनै क्यो पूछता।’