महाभारत काल के इस मंदिर में आने से हो जाती है कुंवारों की शादी

विशेष संवाददाता

फर्रुखाबाद। उत्तर प्रदेश के इस ऐतिहासिक महत्व के फर्रुखाबाद शहर में महाभारत काल मे स्थापित शहर के पाण्डेश्वर नाथ महादेव मंदिर के बारे में मान्यता है कि यदि कोई अविवाहित लड़का या लड़की नियमित पूजा अर्चना करे तो वे जल्द ही विवाह बंधन में बंध जाते है । इलाके के लोग बताते है कि उन्होंने अपने पूर्वजों से सुना था कि यहां पर बहुत घना जंगल हुआ करता था और जंगल के बीच में एक छोटी सी मठिया बनी हुई थी, जिसके अंदर शिवलिंग था।

किवदंती है कि इसकी स्थापना महाभारत काल में हुई थी। बताते है कि जब कौरवों ने पांडवों को अज्ञातवास के लिए जंगल में भेज दिया गया था। उसी समय पांचों पांडव भेष बदल कर मंदिर से कुछ दूरी पर कुम्हारों के मकान में रहते थे। द्रोपदी से विवाह के पहले ही पांडवों ने श्री कृष्ण के साथ मिलकर भगवान शिव की स्थापना की थी और भगवान को खुश करने के बाद द्रोपदी के साथ विवाह किया था। इसलिए इस मंदिर की मान्यता अधिक है।

बताते है 1946 में पंडित रामचन्द्र शर्मा ने पुरानी मठिया का जीर्णोद्धार करवाया । उसके बाद से ही इस मंदिर में पुजारी का काम उनके परिवार के ही लोग करते हैं। यहां लोगों का मानना है जिन लोगों का विवाह नहीं होता है वह लोग 40 दिन लगातार भगवान शिव का दर्शन करते हैं। उसका विवाह जल्द हो जाता है। प्रतिदिन इस मंदिर में दूर दूर से हजारों भक्त दर्शन करने आते हैं। कई लोग अपने कुंवारे लड़के लड़कियों को यहां साथ लेकर आते है।