लक्ष्मीनाथ मंदिर परिसर में म्यूजिक सिस्टम स्थापित होगा-गौतम

बीकानेर। जिला कलक्टर व अध्यक्ष नगर विकास न्यास कुमारपाल गौतम ने कहा कि ऐतिहासिक लक्ष्मीनाथ मंदिर परिसर में चंडीगढ़ के पिंजौर गार्डन की तर्ज पर म्यूजिक सिस्टम स्थापित किया जाएगा, साथ ही मंदिर के मुख्य भाग में भगवान के विष्णु के दस अवतारों के चित्र लगाए जाएंगे।
गौतम गुरूवार को लक्ष्मीनाथ मंदिर परिसर में न्यास द्वारा करवाए जा रहे विभिन्न विकास कार्यों का निरीक्षण कर रहे थे। उन्होंने न्यास के अभियन्ता को निर्देश दिए कि मंदिर के मुख्य भाग में जहाँ लाल पत्थर का कार्य हो रखा है, वहाँ भगवान विष्णु के दस अवतारों मत्स्य, कूर्म, वराह, नरसिंह, वामन, परशुराम, राम, कृष्ण, बुद्ध, कल्कि के चित्र लाल पत्थर के झरोखों में लगाए जाएंगे। झरोखों में ही आकर्षक रोशनी भी रहेगी, जिससे रात के समय भी दर्शनार्थियों को इनमें लगे भगवान के चित्रों के दर्शन हो सकेंगे।
जिला कलक्टर ने बताया कि मंदिर परिसर में ही लगे फव्वारे में भगवान शिव की मूर्ति स्थापित की गई है, इसके चारों ओर फव्वारा अगले 7 दिनों में प्रारंभ हो जाएगा तथा फव्वारे के आस पास बने पार्क में चंडीगढ़ के पिंजौर गार्डन की तर्ज पर म्यूजिक सिस्टम लगाया जाएगा। इसमें मद्धिम संगीत चलता रहेगा तथा बीच-बीच में भजन भी चलते रहेंगे। उन्होंने बताया कि पार्क में जरूरत के मुताबिक बैठने की बैंच भी लगाई जाएगी। सभी टूटी-फूटी बैंचों को हटाकर नई बैंचें शीघ्र लगा दी जाएगी, साथ ही मंदिर के मुख्य दरवाजे तक पंहुचने के रास्ते में एक नया गेट स्थापित किया जाएगा, जिससे कोई भी दर्शनार्थी मुख्य मंदिर तक वाहन न ले जा सके।
निर्जला एकादशी पर भक्ति संध्या
न्यास अध्यक्ष ने बताया कि निर्जला एकादशी के दिन लक्ष्मीनाथ मंदिर परिसर में बीकानेर के कलाकारों के द्वारा एक भक्ति संध्या की प्रस्तुति करवाई जाएगी। इसके लिए परिसर स्थित गणेश मंदिर में खुले स्थान पर एक स्थाई रूप से मंच का निर्माण भी करवाया जाएगा तथामंदिर में स्थिल खुली जमीन में आधुनिक कलात्मक बैंच आदि लगाई जाएगी। इन निर्माण कार्यों के दौरान यह भी ध्यान रखा जाएगा कि दर्शनार्थियों द्वारा पक्षियों के लिए जो चुग्गा डाला जाता है, उसमें भी किसी तरह की परेशानी न हो। इसके लिए भी मंदिर के पुजारी तथा दर्शनार्थियों से बातचीत कर कोई सर्वमान्य स्थान ऐसा बनाया जाएगा, जहाँ पक्षियों के लिए चुग्गे की व्यवस्था रहे तथा भविष्य में जब भी यहाँ भक्ति संगीत का आयोजन हो, तो स्थान भी उपलब्ध रहे।
सूरसागर झील का किया निरीक्षण
इससे पूर्व जिला कलक्टर एवं नगर विकास न्यास अध्यक्ष कुमारपाल गौतम ने सूरसागर झील का निरीक्षण कया और न्यास अभियन्ताओं को 15 दिन के भीतर झील में बोटिंग शुरू करवाने के निर्देश दिए, साथ ही झील स्थित रोशनी एवं फव्वारों को भी तुरन्त चालू करवाने के निर्देश दिए। उन्होंने अभियन्ताओं को यह भी निर्देश दिए कि झील परिसर की सभी व्यवस्थाएं अविलम्ब चाक-चैबन्द की जाएं, ताकि यहाँ आने वाले लोगों को किसी भी तरह की परेशानी नहीं उठानी पड़े।