राहुल गांधी ने अमेठी से मानी हार

स्‍मृति ईरानी को दी जीत की बधाई

नई दिल्ली। राहुल गांधी की अध्‍यक्षता में लड़े गए पहले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की स्थिति में पिछली बार के मुकाबले कोई खास बदलाव देखने को नहीं मिला। राहुल गांधी ने अपनी हार स्‍वीकार करते हुए, लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जीत की बधाई दी। राहुल गांधी ने भाजपा नेता स्‍मृति ईरानी को भी बधाई दी, जो गांधी परिवार की परंपरागत सीट अमेठी से जीत दर्ज कर रही हैं। लोकसभा चुनाव 2019 में भारतीय जनता पार्टी बंपर जीत की ओर बढ़ रही है। कांग्रेस 100 सीटों से भी कम पर सिमटती दिख रही है। राहुल गांधी को उत्‍तर प्रदेश की अमेठी सीट पर भाजपा की स्‍मृति ईरानी ने कड़ी टक्‍कर दी और दोनों के बीच मतों का अंतर काफी बढ़ गया है। ऐसे में राहुल गांधी ने स्‍मृति ईरानी को पहले ही बधाई दे दी है।

राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्‍फ्रेंस में कहा, ‘मैंने चुनाव अभियान में कहा था कि जनता मालिक है। आज जनता ने अपना फैसला दे दिया है। मैं पीएम मोदी को बधाई देता हूं। हमारे जो उम्मीदवार लड़े, उनका धन्यवाद करता हूं। हमारी लड़ाई विचारधारा की लड़ाई है। हमें मानना पड़ेगा कि इस चुनाव में मोदी जीते हैं। अमेठी में स्मृति ईरानी जीत गई हैं। मैं चाहता हूं कि प्यार से अमेठी की जनता की देखभाल करें। क्या गलत हुआ है इस पर मैं आज कुछ नहीं कहूंगा, आज ही रिजल्ट आया है, इस पर आज मैं टिप्पणी नहीं करूंगा। जनता मालिक है जनता ने साफ फैसला दिया है।’

गौरतलब है कि 17वीं लोकसभा के लिए हुए चुनावों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मैजिक बरकरार नजर आ रहा है। मतदाताओं ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की ‘न्याय’ योजना और उनकी नकारात्मक राजनीति को खारिज कर दिया है। वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा के राष्ट्रवाद और विकास के एजेंडे को खुले मन से स्वीकार किया है। चुनाव आयोग की ओर से जारी 542 सीटों के रुझानों के मुताबिक भाजपा 292 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है, जबकि कांग्रेस सिर्फ 51 सीटों पर आगे है।

अगर राजग के घटक दलों की सीटें भी इसमें जोड़ ली जाएं यह आंकड़ा 343 तक पहुंच रहा है। खास बात यह है कि विपक्षी दलों को एकजुट करने की मुहिम में जुटे टीडीपी प्रमुख चंद्रबाबू नायडू आंध्र प्रदेश में अपनी सरकार बचा पाने में भी विफल साबित हो रहे हैं। आंध्र में वाईएसआर कांग्रेस ने एक तरह से टीडीपी का सफाया कर दिया है। अंतिम नतीजों तक अगर यही रुझान बरकरार रहे, तो भाजपा 2014 से भी बेहतर प्रदर्शन करने जा रही है, क्योंकि तब भाजपा ने सिर्फ 282 सीटें हासिल की थीं और राजग को कुल 336 सीटें हासिल हुई थीं।