नए साॅफ्टवेयर के जरिए ही हो भूमि आवंटन -गौतम

राजस्व अधिकारियों की बैठक आयोजित

बीकानेर। जिला कलक्टर कुमार पाल गौतम ने कहा कि सभी राजस्व अधिकारी भूमि आवंटन की कार्यवाही नए साफ्टवेयर के जरिए ही करेंगे। गौतम ने मंगलवार को कलेक्ट्रेट सभागार में राजस्व व अन्य विभागीय अधिकारियों की बैठक को सम्बोधित करते हुए उपखंड अधिकारियों को निर्देश दिए कि भूमि आवंटन से जुड़े नए आवेदनों में आवंटन साॅफ्टवेयर के जरिए रेण्डमाईजेशन के माध्यम से करेंगे।

उन्होंने कहा कि विशेष व सामान्य आवंटनों की अनुमति जिला मुख्यालयों से ली जाए इसके बाद ही आवंटन की प्रक्रिया पूरी करें। उन्होंने कहा कि जिन अधिकारियों के पास 16 सीसी सहित अन्य विभागीय जांच के प्रकरण बकाया है उनमें तुरंत कार्यवाही की जाए। यदि इन प्रकरणों में उपखंड अधिकारियों ने कार्यवाही नहीं की तो उनके खिलाफ नियमानुसार कार्यवाही अमल में लाई जाएगी।

बंटवारे प्रकरणों का प्राथमिकता से करें निस्तारण

जिला कलक्टर ने कहा कि सभी राजस्व अधिकारी नियमित रूप से कोर्ट में बैठें और अधिकाधिक मामलों को निस्तारण करें। उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि अधिक समय से प्रकरण लम्बित नहीं रहे। साथ ही बंटवारे से जुड़े मामलों का प्राथमिकता से निस्तारण किया जाए। पटवारियों को बंटवारे के 20 मामलों के निस्तारण का लक्ष्य दें। गौतम ने कहा कि बहस पर आए हुए प्रकरणों में प्रार्थी को लम्बी तारीख न दी जाए। पुराने प्रकरणों को जल्दी-जल्दी तारीख दे कर निपटाया जाए। जिले में कृषि एक अहम व्यवसाय है । इसे देखते हुए किसानों को सीमाज्ञान, रास्ता, बंटवारे आदि के प्रकरणों में समय पर फैसले देकर राहत दी जाए।

बिजली के ढीले-टूटे तारे का सर्वे कर सूची देने के निर्देश

जिला कलक्टर कुमार पाल गौतम ने कहा कि जिले में आंधी-तूफान की स्थिति के मद्देनजर यह सुनिश्चित किया जाए कि बिजली के ढीले-टूटे तारों के कारण कोई दुर्घटना नहीं हो। जिले में सभी उपखंड अधिकारी अपने ग्राम सेवकों व पटवारियों द्वारा अपने -अपने क्षेत्र में टूटे व ढीले तारों के सम्बंध में सर्वे करवा कर ऐसे स्थानों की सूची उपलब्ध करवाएं। इस सूची के अनुसार बिजली विभाग तुरंत प्रभाव से तारों को कसवाने व पोल ठीक करवाने की कार्यवाही सुनिश्चित करे।

नियमित रूप से करें जनसुनवाई

गौतम ने कहा कि जिला स्तरीय अधिकारी सभी उपखंड अधिकारियों के साथ समन्वय करते हुए कार्य करें। जिले के दूर दराज के क्षेत्रों से छोटी-छोटी समस्याएं लेकर परिवादी जिला मुख्यालय पहुंच रहे हैं। उपखंड स्तर पर उनकी समस्याओं का निस्तारण नहीं हो रहा है। उन्होंने कहा कि सभी उपखंड व विभागीय अधिकारी अपने यहां नियमित रूप से जनसुनवाई करें और अपने यहां आने वाले परिवादियों की समस्याओं का निस्तारण करें। परिवादियों की शिकायतों को सम्पर्क समाधान पोर्टल पर दर्ज कर,उन्हें रसीद दें तथा नियमित रूप से इन प्रकरणों की समीक्षा व फोलोअप कर शिकायत का निस्तारण करें। जिला कलक्टर ने कहा कि समस्याएं लम्बित रहने से लोगों का भरोसा कम होता है। उपखंड अधिकारी रोजाना एक- एक विभाग को समीक्षा के लिए बुलवाएं।

गौतम ने पीएमएवाई, मनरेगा सहित विभिन्न योजनाओं की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि उपखंड अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि प्रत्येक राजस्व गांव में मनरेगा के काम हो, डिमांड के अनुसार श्रमिक नियोजित हो। उन्होंने कहा कि मनरेगा में नियमित समीक्षा व निरीक्षण नहीं होने के कारण अनियमियता सहित कई कमियां सामने आ रही हैं। इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जिला कलक्टर ने सीईओ जिला परिषद को विभागीय योजनाओं की जानकारी के लिए प्रशिक्षण आयोजित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन के तहत जिन लोगों के भुगतान बकाया है उनका सत्यापन कर भुगतान करवाना सुनिश्चित करवाएं तथा रेट्रोफिटिंग तकनीक अपनाने के लिए लोगों को प्रेरित करें।

पेयजल समस्या का हो तुंरत निस्तारण

गौतम ने श्रीडूंगरगढ़ तहसील में कई स्थानों से आ रही पेयजल समस्याओं को दूर करने के निर्देश देते हुए कहा कि पेयजल से जुड़ी कोई आपात स्थिति पैदा होती है तो तुरंत वैकल्पिक उपाय किया जाए। उन्होंने खाजूवाला में सैनटरी डिग्गी की सफाई के मामले में मनरेगा के तहत डिग्गी सफाई का प्लान बनाने के निर्देश दिए। लूणकरनसर में पाइपलाइन टूटने के एक मामले में जिला कलक्टर ने क्वालिटी की जांच कर सम्बंधित ठेकेदार के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करने के निर्देश दिए। जिला कलक्टर ने कहा कि उपखंड अधिकारी अपने क्षेत्र में राशन दुकानों की नियमित जांच व निरीक्षण करें और शिकायत मिलने पर जांच करते हुए सम्बंधित के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही करें।

मानसून से पहले करवाएं नालों की सफाई

जिला कलक्टर ने कहा कि नगर निगम व नगरपालिकाएं अपने-अपने क्षेत्रों में मानसून आने से पहले नालों की सफाई सुनिश्चित करवाएं। उपखंड स्तर पर भी ड्रैनेज सिस्टम की प्लानिंग की जाए तथा बहाव के क्षेत्र में आने वाली बाधाओं को दूर किया जाए। आवश्यकतानुसार फोगिंग करवाई जाए।

उन्होंने नगर निगम अधिकारी को सीवरेज कार्य के बाद रोड रिस्टोरेशन के कार्य को गति देने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि गर्मियों में स्कूलों की छुट्यिों के दौरान रंगाई-पुताई का कार्य करवाना सुनिश्चित करें। स्कूलों में शौचालय अच्छी स्थिति में हो। एक भी बच्चा स्कूल से वंचित न रहे इसके लिए सर्वे अच्छे से हो। उन्होंने उपनिदेशक आईसीडीएस को आंगनबाड़ी केन्द्र नियमित रूप से खुलने तथा बच्चों को खिलौने मिलना सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि निरीक्षण के दौरान यदि खिलौने बक्से में बंद पड़े मिले तो आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को तुरंत हटाया जाए। साथ ही अधिकारी आंगनबाड़ी केन्द्र पर आ रहे पोषाहार के वजन व गुणवता की भी जांच करें। इस अवसर पर जिला कलक्टर ने चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के डायरिया नियंत्रण से जुड़े पोस्टर का विमोचन किया।

जिला कलक्टर ने निर्देश दिए कि गर्मी के मौसम में डायरिया पर नियंत्रण के लिए प्रिवेंटिव उपाय करें तथा इस सम्बंध में जागरूकता के प्रयास हों। साथ ही सभी सीएचसी व पीएचसी तक दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित हो। कुपोषण दूर करने के लिए कुपोषत बच्चों का 30 जून तक सर्वे कर, उपचार की प्रक्रिया प्रारम्भ की जाए। उन्होंने मलेरिया नियंत्रण के लिए भी उपखंड अधिकारियों को निरीक्षण व माॅनिटरिंग के निर्देश दिए। बैठक में नगर निगम आयुक्त प्रदीप के गावंडे, अतिरिक्ति जिला कलक्टर (प्रशासन) ए एच गौरी, अतिरिक्त जिला कलक्टर (शहर) शैलेन्द्र देवड़ा, सीईओ जिला परिषद नरेन्द्र पाल सिंह, सहित सभी उपखंड अधिकारी व सम्बंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।