एडवांस योग शिविर में सिखाएं स्वस्थ रहने के गुर

योग से आप बनते है बलवान, प्रज्ञावान व चरित्रवानः योग गुरू दीपक शर्मा
बीकानेर। वर्धमान महावीर खुला विश्वविद्यालय द्वारा मुक्ताप्रसाद स्थित जय हिन्द पार्क में रविवार को सांय एडवांस योग शिविर एवं आरोग्य सभा का आयोजन किया गया। जिसमें बीकानेर संभाग के सैंकडों की संख्या में योग विज्ञान विषय में डिप्लोमा कर रहे छात्र-छात्राओं ने एक साथ प्राण-साधना की। शिविर में योग गुरू दीपक शर्मा ने योगिंग-जोगिंग, सूर्यनमस्कार, एकाग्रता बढ़ाने के लिए वृक्षासन, बच्चों हाईट बढ़ाने के लिए ताड़ासन, सर्वांगासन, पश्चिमोत्तानासन, हलासन, वक्रासन के साथ ही मधुमेह, अस्थमा, उच्चरक्तचाप, माइग्रेन, डिप्रेशन, अनिद्रा, तनाव को दूर करने के लिए विभिन्न आसन, प्राणायाम के अभ्यास के साथ ही संयमित दिनचर्या, संतुलित खानपान एवं अष्टांग योग के बारे में भी जानकारी दी। योग गुरू शर्मा ने कहा कि योग के द्वारा हम शरीर से बलवान, बुद्धि से प्रज्ञावान तथा आचरण से चरित्रवान बन सकते है।
कार्यक्रम में कोटा से आये विश्वविद्यालय के योग विभाग में सहायक प्रोफेसर डॉ. नित्यानंद शर्मा ने बीकानेर संभाग के योग डिप्लोमा साधकों की प्रायोगिक परिक्षा लेकर कहा कि योग एक जीवन दर्शन है और हर व्यक्ति को अपने दिनचर्या में ध्यान एवं आयूर्वेद को अपनाकर शरीर को आरोग्य की तरफ लेकर जाना चाहिए, इसी क्रम में उन्होंने योग के बढ़ते हुए महत्व को बताते हुए योग शिक्षा में रोेजगार के अवसरों पर प्रकाश डाला और विश्वविद्यालय के आगामी जनकल्याणकारी कार्यक्रमों की जानकारी दी।
आयुर्वेद विभाग के डॉ. गौरीशंकर शर्मा ने कहा कि स्वस्थ मुख स्वस्थ शरीर का प्रतिबिम्ब है, साथ ही उन्होंने शरीर के पंच तत्वों एवं योग मुद्राओं के बारे में विस्तार से बताया। इस मौके पर वरिष्ठ आयुवेदाचार्य डॉ. महेन्द्र चंडा ने शरीर संरचना के बारे मंे बताते हुए षटकर्म एवं पंचकर्म के विभिन्न आयामों के बारे में बताया। आयूर्वेदाचार्य राजेन्द्र शर्मा ने बताया कि आयुर्वेद से कब्ज, गैसे, एसीडिटी की समस्याओं का निदान किया जा सकता है। योग गुरू दीपक शर्मा ने सभी आभार प्रकट करते हुए कहा कि योग हमें स्वास्थ्य के साथ-साथ अनुशासन भी सिखाता है एवं मन की तमाम विकृतियों को दूर हमें जीवन जीने की एक नई कला सिखाता हैं।