जवाहर नगर में पेयजल पर बूस्टर का ब्रेक

सड़क पर अतिक्रमण हटाए बिना ही सड़क निर्माण कार्य चल रहा है
बीकानेर। बीकानेर विधानसभा पश्चिम क्षेत्र के जवाहर नगर इलाके में डूडी पेट्रोल पम्प से एम.एम. ग्राउंड की ओर जाने वाली रोड पर जंगल रात प्रतीत हो रहा है। यहां सरकारी भूमि पर अवैध रूप से भवन निर्माण सामग्री का कारोबार करने वाले, आवासीय क्षेत्र में प्रदूषण फैलाने वाले लघु कारखाने, वाणिज्यक गतिविधियों के लिए बूस्टर से पानी खींचने वाले अनेक काम हो रहे हैं। इसके चलते यहां के निवासियों का रहना दुर्भर हो गया है।
पूरे जवाहर नगर का पर्यावरण प्रदूषित हो रहा है, लेकिन इस ओर ध्यान देने वाला कोई नहीं है। इस इलाके में करीब एक साल पहले सीवरेज के नाम पर सड़क को तोड़ा गया। इसके चलते यहां आंधी जैसा माहौल बना रहता है। दिनरात धूल उड़-उड़ कर आस-पास के घरों के फेंफड़ों को खोखला कर रही हैं। यहां के शांतिप्रिय निवासी इस उम्मीद में कष्ट सहन करते रहे कि एक दिन सड़क भी अच्छी बन जाएगी और सीवरेज सुविधा का लाभ भी मिल जाएगा। सीवरेज लाइन भी यहां बिछ गई, मगर जिम्मेदारों ने यहां बिना सीवरेज कनेक्शन किए ही नई सड़क का निर्माण शुरू कर दिया। ऐसे में यहां के निवासी अपने आप को ठगा सा महसूस कर रहे हैं। जब सीवरेज कनेक्शन ही नहीं देने थे तो एक करोड़ की बनी बनाई सड़क को क्यों तोड़ा?
क्षेत्र की गलियों में सीवरेज कनेक्शन हुए, लेकिन मुख्य रोड पर नहीं हुए। ऐसे में अब यदि सड़क बन रही तो इसके बाद सीवरेज कनेक्शन के लिए फिर से इसे तोड़ा जाएगा। इससे जनता की गाढ़ी कमाई ही बर्बाद होगी। अभी हालात यह है कि लोगों को स्वयं ही हजारों रुपए खर्च कर कनेक्शन करवाने पड़ रहे हैं। जब निगम की ओर से एक सामान्य राशि लेकर कनेक्शन करने की व्यवस्था है, फिर आमजन को विवश होकर हजारों खर्च करना किसी भ्रष्टाचार की ओर इशारा करता है। प्रशासन को इस ओर कदम उठाना चाहिए।
पानी पी रहे हैं बूस्टर
जवाहर नगर इलाके में वाणिज्यक गतिविधियां संचालित कर रहे लोग अपने कारखानों में बूस्टर लगा कर पानी को खींच रहे हैं। ऐसे में एम एम ग्राउंड पानी की टंकी से जलापूर्ति टेल तक नहीं पहुंच पा रही है। यहां तक की टंकी से महज 500 मीटर की दूरी के घरों में भी पूरा पानी नहीं पहुंच रहा है। होना तो यह चाहिए कि प्रशासन को एक विजिलेंस टीम बना कर बूस्टर को जब्त करना चाहिए। साथ ही जिस इलाके में जलापूर्ति की जा रही हैं उस इलाके की विद्युत आपूर्ति काट देनी चाहिए ताकि बूस्टर नाकारा हो जाए।
स्थाई रूप से नहीं हट रहे हैं अतिक्रमण
डूडी पेट्रोल पम्प से एम एम ग्राउंड की ओर जाने वाली रोड पिछले तीन दशक से पट्टी पेड़े वाले अवैध रूप से भवन निर्माण सामग्री का विक्रय कर रहे हैं। इसके चलते यहां न केवल ट्रेफिक बाधित होता है बल्कि ईंट बजरी व कंक्रीट से उडऩे वाले वाले धूल के सूक्ष्म कण हवा के साथ घरों में प्रवेश कर रहे हैं। ये धूल के कण न केवल घरों की छतों बल्कि पूरे इलाके को अपनी आगेश में ले लेते हैं। मोहल्लेवासियों को इन सूक्ष्मकणों से सिलकोसिस नामक बीमारी का भय हर समय सताता रहता है। प्रशासन की ओर से यहां कई बार अभियान चला कर इन पट्टी पेड़े वालों को हटाया भी गया, लेकिन कमजोर सिस्टम की कमजोर नब्ज को पहचानने वाले ये अतिक्रमी दूसरे ही दिन फिर से काबिज हो जाते हैं। इसकी दूसरी वजह यह भी है कि प्रशासन की ओर से न तो कोई फॉलोअप कार्यक्रम चलाया जाता है और न ही कोई मुकदमें दर्ज किए जाते हैं। प्रशासन की इस ढिलाई के चलते धीरे-धीरे सभी अतिक्रमी संगठित होते जाते हैं जो न केवल आसपास के निवासियों बल्कि रसूखदारों के दम पर प्रशासन की नाक में दम करने लगते हैं।